पैग़म्बरों का अभियान व कोशिश तौहीद के लिए है... तौहीद का अक़ीदा, वर्ल्ड व्यू की बुनियाद है जो ज़िन्दगी बनाती है। तौहीद के अक़ीदे का मतलब, तौहीद पर आधारित समाज बनाना, वह समाज जो तौहीद की बुनियाद पर वजूद में आया हो और चल रहा हो। तौहीद का अक़ीदा यह है, अगर यह न होता तो पैग़म्बरों से दुश्मनी भी वजूद में न आतीः “और इसी तरह हमने हर नबी के लिए इंसानों और जिनों में से शैतानों को दुश्मन क़रार दिया है जो एक दूसरे को धोखा व फ़रेब देने के लिए बनावटी बातों की सरगोशी करते हैं।” (सूरए अनाम, आयत-112) ये दुश्मनियां इसलिए हैं कि पैग़म्बर आए। उन्होंने समाज के ढांचे का विरोध किया और इंसान की जीवन शैली के लिए एक नई शक्ल और एक नया ढांचा पेश किया। वह जीवन शैली ही पाक ज़िन्दगी है। इमाम ख़ामेनेई 28/08/2017