आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने ज़ायोनी शासन को सबक़ सिखाने वाले "सच्चा वादा"  नामक ऑप्रेशन से पहले, इस ऑप्रेशन से संबंधित एक मीटिंग में, अपनी ग़ज़ल का एक शेर पढ़ा जिसमें फ़िरऔन और फ़िरऔन के जादूगरों से हज़रत मूसा के मुक़ाबले के बारे में क़ुरआन की आयत की ओर इशारा है। इस ग़ज़ल को उन्होंने कई साल पहले कहा था। उस शेर का अनुवाद इस तरह हैः

तुम्हारे हाथों में चमत्कार है जादूगरों से न डरो

लाठी ज़मीन पर डाल दो और अजगरों के डर से न भागो