उन्होंने सेना दिवस और इसी तरह आईआरजीसी के गठन की सालगिरह की मुबारकबाद पेश करते हुए कहा कि आर्म्ड फ़ोर्सेज़ की हालिया कामयाबियों की वजह से दुनिया वालों और अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की नज़र में इस्लामी ईरान की शान और महानता का एहसास पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि फ़ायर किए गए मीज़ाइलों या निशाने पर लगने वाले मीज़ाइलों की तादाद का विषय, जिसे सामने वाला पक्ष बढ़ा चढ़ा कर पेश कर रहा है, दूसरे दर्जे की अहमियत का विषय है जबकि अस्ल विषय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ईरानी क़ौम और उसकी आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के इरादे की ताक़त का सामने आना और साबित होना है कि जिसकी वजह से सामने वाला पक्ष तैश में है।

इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने आर्म्ड फ़ोर्सेज़ की कार्यवाहियों में सूझबूझ की सराहना करते हुए कहा कि मुख़्तलिफ़ वाक़ए, क़ीमत और कामयाबी के साथ होते हैं और अहम बात ये है कि सूझबूझ के ज़रिए क़ीमत कम चुकाई जाए और कामयाबियां ज़्यादा हासिल की जाएं और ये वो काम है जो आर्म्ड फ़ोर्सेज़ ने हालिया वाक़यों में अच्छी तरह अंजाम दिया है। 

उन्होंने आईआरजीसी, फ़ौज और पुलिस फ़ोर्स की कोशिशों और उपलब्धियों की सराहना करते हुए आर्म्ड फ़ोर्सेज़ को दुश्मन और दुश्मनियों का सामना करने के लिए इनोवेशन के साथ अपनी कोशिशें जारी रखने की सिफ़ारिश की और कहा कि एक लम्हे के लिए भी नहीं रुकना चाहिए क्योंकि रुकने का मतलब पीछे रह जाना होता है, इसलिए हथियारों, और कार्यशैलियों में इनोवेशन तथा दुश्मन की शैली की पहचान हमेशा एजेंडे में होनी चाहिए।

इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने इस बात पर बल देते हुए कि दुनिया की नज़रों में ईरान की हैसियत नुमायां होनी चाहिए, कहा कि क़ाबिल, योग्य और इनोवेटिव लोगों की पहचान के साथ ही आपको अल्लाह के बारे में अच्छे की उम्मीद रखनी चाहिए, उस पर भरोसा करना चाहिए और इस बात पर यक़ीन रखना चाहिए कि मोमिनों की रक्षा अल्लाह का निश्चित व अटल वादा है। उन्होंने इस मुलाक़ात में इसी तरह फ़ौज, आईआरजीसी और पुलिस फ़ोर्स के मुख़्तलिफ़ रैंकों के कमांडरों के घर वालों का ख़ास तौर पर शुक्रिया अदा किया और कहा कि ज़हमतों का अस्ल बोझ आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के सदस्यों की बीवियों और बच्चों पर है जो कठिनाइयों को बर्दाश्त करते हैं। 

इस मुलाक़ात में आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के चीफ़ आफ़ जनरल स्टाफ़ मेजर जनरल बाक़ेरी ने पिछले हिजरी शम्सी साल और इसी तरह नए हिजरी शम्सी साल के आग़ाज़ के हफ़्तों में, ज़ायोनी हुकूमत को सबक़ सिखाने वाले "अलअक़्सा फ़लड" और "सच्चा वादा" आप्रेशनों सहित होने वाली बड़ी तब्दीलियों की ओर इशारा किया और आर्म्ड फ़ोर्सेज़ की तैयारियों और क्षमताओं के बारे में एक संक्षिप्त रिपोर्ट पेश की।