जो लोग, जो नौजवान सीरिया या इराक़ गए, ख़ास तौर पर जो सीरिया में शहीद हुए, उनमें यह समझ थी, वे जानते थे कि क्या काम कर रहे हैं।
इमाम ख़ामेनेई