आप प्यारे जवानो! दिन ब दिन क़ुरआन से लगाव और क़ुरआन में ग़ौर-व-फ़िक्र बढ़ाइये; क़ुरआन की तिलावत न भूलिए, क़ुरआन में ग़ौर-व-फ़िक्र करना न भूलिए ... जब हम क़ुरआन के पास बैठें और क़ुरआन से फ़ायदा लेकर उठें तो हमारे भीतर हिदायत बढ़ी होनी चाहिए, हमारे दिल का अंधेरा कम होना चाहिए; मारेफ़त बढ़ी होनी चाहिए, हक़ की तालीम से हमारा लगाव बढ़ना चाहिए। अल्लाह से हमारी क़ुर्बत बढ़नी चाहिए, इबादत का शौक़ बढ़ना चाहिए...हम अपने अमल को क़ुरआन के मुताबिक़ करते जाएं। मेरे प्यारो, ईरानी जवानो, मोमिन जवानो, इंक़ेलाबी जवानो! क़ुरआन से अपनी आशनाई, क़ुरआन से अपना लगाव, क़ुरआन से फ़ायदा उठाना दिन ब दिन बढाइये; यह आपकी ताक़त की बुनियाद है, यह आपकी मज़बूती की बुनियाद है, यह आपकी इज़्ज़त की बुनियाद है।

इमाम ख़ामेनेई

17/05/2018