आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने एक पैग़ाम में बेग़रज़ व मज़हबी शायर सैय्यद रज़ा मोअय्यद के इंतेक़ाल पर ताज़ियत पेश की।
सुप्रीम लीडर का पैग़ाम इस तरह है:
बिस्मिल्लाह-अर्रहमान-अर्रहीम
बेग़रज़ व मज़हबी शायर जनाब सैय्यद रज़ा मोअय्यद रहमतुल्लाह अलैह के इंतेक़ात पर मैं उनके प्यारे बच्चों और घरवालों और इसी तरह ख़ुरासान के अदबी हल्क़े की ख़िदमत में ताज़ियत पेश करता हूं। इस मोमिन फ़नकार के दिल में उतर जाने वाले, रवानी से भरपूर शेर जो आम तौर पर दीनी तालीमात और संस्कार के बारे में हैं, इस दुनिया में उनकी क़ीमती यादगार और आख़ेरत के लिए अनमोल पूंजी हैं इंशाअल्लाह।अल्लाह मरहूम को शहीदों के साथ उठाए जो उनकी याद में होने वाली सभाओं की अपने शेरों से रौनक़ बढ़ाते थे।
सैय्यद अली ख़ामनेई
8 अक्तूबर 2022