आप स्टूडेंट्स से मेरी पहली सिफ़ारिश ना उम्मीदी और लक्ष्यहीनता से दूरी है। ख़याल रखिए, मतलब अपना ख़याल रखिए, अपने दिलों का ख़याल रखिए, ख़याल रखिए कि मायूस न हो जाएं। आप लोगों को तो दूसरे मैदानों में उम्मीद पैदा करने वाला मरकज़ बनना चाहिए। हां बहुत से मैदानों में कमियां हैं लेकिन क्या इन कमियों को दूर करना मुमकिन नहीं है? बिल्कुल मुमकिन है, इन कमियों को दूर किया जा सकता है। सब से पहली बात जो मैं कहूंगा वह यह है कि इस सिलसिले में आप तक़वे का रास्ता अपनाइए। तक़वा यानी ख़ुद पर हमेशा नज़र रखना और ख़याल रखना। इस बात का ख़याल रखिए कि कहीं आप के दिल में नाउम्मीदी तो नहीं पैदा हो रही है कि ‘अब नहीं हो पाएगा, अब कोई फ़ायदा नहीं’ इस तरह के ख़यालात दिल में न आने पाएं।

इमाम ख़ामेनेई 
26 अप्रैल 2022