26/06/2024
18 ज़िलहिज्जा सन 10 हिजरी का दिन, ग़दीर के एलान और अमीरुल मोमेनीन की जानशीनी के एलान का दिन वह दिन है जब काफ़िर मायूस हो गए। इस बारे में कि वो दीने इस्लाम को मिटा सकेंगे। इस दिन से पहले तक उन्हें यह उम्मीद थी कि ऐसा कर ले जाएंगे। लेकिन इस दिन उनकी उम्मीद मर गई।
25/06/2024
ग़दीर का वाक़ेया इस्लाम की वास्तविक भावना और विषयवस्तु से निकला है। यह जो अल्लाह ने पैग़म्बरे इस्लाम के स्वर्गवास से क़रीब 70 दिन पहले उनसे यह फ़रमाया कि ऐ रसूल जो हुक्म आपको दिया गया है, उसे लोगों तक पहुंचा दीजिए और अगर आपने यह न पहुंचाया तो आपने अपनी ज़िम्मेदारी ही अदा न की, इससे पता चलता है कि इस्लाम की वास्तविक भावना और इस्लाम की वास्तविक विषयवस्तु ग़दीर में निहित है।  इमाम ख़ामेनेई 20/02/2003
राष्ट्रपति चुनाव के मौक़े पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेताः

ईरानी राष्ट्र इस बात की इजाज़त नहीं देगा कि ग़ैर उसके भविष्य का फ़ैसला करें 

25/06/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने ईदे ग़दीर के मौक़े पर राष्ट्रपति चुनाव के निकट अवाम की एक सभा को ख़ेताब करते हुए ईरानी राष्ट्र और दुनिया के सारे मुसलमानों को अल्लाह की सबसे बड़ी ईद ईदे ग़दीर की मुबारकबाद पेश की और ग़दीर के वाक़ए को इस्लामी शासन का क्रम जारी रहने और इस्लामी जीवन शैली के आगे बढ़ने की पृष्ठिभूमि क़रार दिया। 
26/06/2024
दुनिया के सारे मुसलमानों को ईदे ग़दीर की मुबारकबाद पेश करता हूँ।
24/06/2024
ग़दीर का वाक़ेआ अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम की अज़मतों, औसाफ़ और फ़ज़ीलतों का नतीजा था।
24/06/2024
मंगलवार 25 जून को सुबह तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में ईदे ग़दीर के मौक़े पर "विलायत व बंधुत्व" शीर्षक के तहत जश्न का आयोजन होगा जिसे आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ख़ेताब करेंगे और इस कार्यक्रम को लाइव प्रसारित किया जाएगा।
25/06/2024
गदीर का मसला अपनी आला विषयवस्तु के साथ सभी मुसलमानों से संबंधित है क्योंकि यह न्याय की हुक्मरानी, महानता की हुक्मरानी और अल्लाह की विलायत की हुक्मरानी के मानी में है। अगर हम भी सही मानी में अमीरुल मोमेनीन की विलायत से नाता जोड़ने वालों में शामिल होना चाहते हैं तो हमें अपने आपको, अपनी ज़िंदगी के माहौल को न्याय व इंसाफ़ के क़रीब करना होगा। सबसे बड़ा नमूना यह है कि हमसे जितना भी हो सके न्याय क़ायम करें क्योंकि न्याय का दायरा असीम है।  इमाम ख़ामेनेई  20/02/2003
25/06/2024
हज़रत आदम के ज़माने से जब नबूव्वत और पैग़म्बरी का सिलसिला शुरू हुआ, वह जगह जहाँ धर्म और राजनीति के इकट्टा होने का अनोखा व बेजोड़ नमूना अपने चरम पर एक अमर परंपरा के तौर पर सामने आया जो समाज के मार्गदर्शन को सुनिश्चित करता था, वह ग़दीर का वाक़ेया था।  इमाम ख़ामेनेई 03/03/2002
07/07/2023
ग़दीर के मौक़े पर रसूले इस्लाम ने अल्लाह के फ़रमान की पैरवी करते हुए सबसे अहम वाजिबों में से एक वाजिब को अमली जामा पहनाया। इमाम ख़ामेनेई 7 मई 1996
06/07/2023
ईदे ग़दीर के दिन इस्लामी विलायत यानी लोगों के दरमियान अल्लाह की विलायत की झलक नज़र ‎आई। इस तरह दीन मुकम्मल हुआ। इस विषय को बयान किए बग़ैर दीन अधूरा रह जाता और यही ‎वजह है कि लोगों पर इस्लाम की नेमत मुकम्मल हुई। ‎ इमाम ख़ामेनेई ‎ 11 जुलाई 1990
07/07/2023
विलायत, ऐसी हुकूमत को कहते हैं जिसमें हुकूमत करने वाले का एक-एक शख़्स से मोहब्बत जज़्बात, विचार और आस्था का रिश्ता होता है। इमाम ख़ामेनेई
06/07/2023
ग़दीर से इस्लामी समाज के लिए हुकूमत और सत्ता का नियम तय हुआ और उसकी बुनियाद पड़ी। ग़दीर की अहमियत इसी बात में है। यह बात साफ़ हो गयी कि इस्लामी समाज, शाही हुकूमत की जगह नहीं है। व्यक्तिगत हुकूमत की जगह नहीं है, दौलत व ताक़त के ज़ोर पर हुकूमत की जगह नहीं है, एरिस्टोक्रेटिक हुकूमत की जगह नहीं है। इमाम ख़ामेनेई
06/07/2023
जो लोग इस्लाम को समाजी व सियासी मैदानों से बाहर रखना चाहते हैं और उसे व्यक्तिगत मामलों और निजी ज़िंदगी तक सीमित कर देना चाहते हैं उनका जवाब ग़दीर का वाक़या है। इमाम ख़ामेनेई 13 अकतूबर 2014
18/07/2022
कायनात में और आलमे इंसानियत में हज़रत अली अलैहिस्सलाम की ज़बान से निकले ये जुमले आज तक गूंज रहे हैं: ऐ दुनिया के जलवो! ऐ दुनिया की कशिश! ऐ वो ख़्वाहिशो! जो बड़े मज़बूत इंसानों को भी अपने जाल में फंसा लेती हैं, जाओ जाकर अली के अलावा किसी और को धोखा देने की कोशिश करो। अली इन चीज़ों से कहीं ज़्यादा बुलंद और मज़बूत है। इमाम ख़ामेनेई 30 जनवरी 1991
18/07/2022
ग़दीर के दिन, इस्लामी समाज की रहबरी के विषय के शामिल होने से दुश्मन मायूस हुआ।
17/07/2022
बक़रीद और ईद ग़दीर के मौक़े पर सुप्रीम लीडर ने 2000 से ज़्यादा क़ैदियों और सज़ा पाने वालों की सज़ा माफ़ या कम करने पर सहमति जताई है।
17/07/2022
अल्लाह इस बड़ी ईद और मौला अली के ज़िक्र की बरकत से आपके दिल को हमेशा अपने करम से रौशन रखे।
16/07/2022
ग़दीर का विषय अपनी रूह के एतेबार से केवल शीयों से तअल्लुक़ नहीं रखता बल्कि इसका तअल्लुक़ पूरे इस्लामी जगत से है। इमाम ख़ामेनेई 20 फ़रवरी 2003
16/07/2022
ग़दीर में, फ़ख़्र की बात है कि अल्लाह के फ़रमान के मुताबिक़, पैग़म्बर के हाथों आपको ख़लीफ़ा बनाया गया।
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