मुख़्तलिफ़ मैदानों में हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा का जेहाद, एक आइडियल जेहाद है। इस्लाम की रक्षा में, इमामत व विलायत की रक्षा में, पैग़म्बर के सपोर्ट में, इस्लाम के सबसे बड़े सरदार की देखभाल का उनका जेहाद, एक नमूना है।
इमाम ख़ामेनेई
16 दिसम्बर 1992