अल्लाह ने दुश्मनियों से मुक़ाबले के लिए पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम को निर्देश दिए। पैग़म्बरी पर नियुक्ति के आग़ाज़ से ही अल्लाह ने पैग़म्बरे इस्लाम को सब्र का हुक्म दिया। सब्र यानी उन लक्ष्यों और मक़सद पर डटा रहना है जो हमने निर्धारित किए हैं। सब्र यानी जोश व जज़्बे के साथ बढ़ना और बढ़ते जाना, यही सब्र का मतलब है। इमाम ख़ामेनेई 22/03/2020