सोमवार 11 मर्च को स्पैनिश भाषी राष्ट्रों के नाम रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई के संदेश को एक साल पूरा होने के अवसर पर वेनेज़ोएला की राजधानी काराकास में एक प्रोग्राम आयोजित किया गया। बोलीवारी युनिवर्सिटी में आयोजित इस कार्यक्रम में बुद्धिजीवियों, शिक्षकों, कलाकारों और पत्रकारों ने भाग लिया। प्रोग्राम में वेनेज़ोएला के संस्कृति मंत्री अर्नेस्टो वीज़गास और इस्लामी गणराज्य ईरान के संस्कृति व इस्लामी मार्गदर्शन मंत्री इस्माईली के संदेश पढ़े गए।

वेनेज़ोएला के कलचरल मंत्री अर्नेस्टो वेलगास पोलजाक ने अपने संदेश में ईरानी क़ौम के नाम सलाम के बाद क़ौमों की संप्रभुता और संस्कृति व परंपरा की रक्षा के मूल अधिकार पर बल देते हुए कहाः"हम अपनी जनता की संप्रभुता, आज़ाद भविष्य, विविधता भरी दुनिया में कि जिसमें सभी संस्कृतियों के लिए समान हालात में सम्मान का अवसर मौजूद हो, अपनी सांस्कृतिक ख़ुसूसियतों की रक्षा करना चाहते हैं।"

ईरान के संस्कृति व इस्लामी मार्गदर्शन मंत्री इस्माईली ने अपने संदेश में स्पैनिश भाषी राष्ट्रों के लिए आयतुल्लाह ख़ामेनेई के पैग़ाम की वर्षगांठ का ज़िक्र किया और साथ ही किताब ‘सेल नंबर 14’ का अनावरण किए जाने को ईरान और वेनेज़ोएला की इंसाफ़ पसंद क़ौमों की दोस्ती और भी मज़बूत होने का सबब क़रार दिया और दोनों राष्ट्रों के सांस्कृतिक रिश्तों को बढ़ाने पर ज़ोर दिया।

श्री इस्माईली ने ग़ज़ा के हालिया हृदय विदारक वाक़यात व हालात का ज़िक्र करते हुए अमरीका की अगुवाई में मानवाधिकारों की रक्षा के दावे करने वालों इंसाफ़ पसंद क़ौमों का संयुक्त दुश्मन क़रार दिया जो पाबंदियों, टारगेट किलिंग और सेंसर के ज़रिए अपने विरोधियों को कुचलने की कोशिश करते हैं।

ईरान के संस्कृति मंत्री ने अभिव्यक्ति की आज़ादी के दावेदारों की तरफ़ से फ़िलिस्तीन के समर्थन वाली बातों पर आधारित पोस्टों को सोशल मीडिया से हटाए जाने का ज़िक्र करते हुए कहा कि पश्चिम की नज़र में अभिव्यक्ति की आज़ादी वहीं तक मोतबर है जहां तक उनकी ज़ालेमाना पालीसियों पर कोई असर न पड़े। रहबरे इंक़ेलाब की ओर से मज़लूम फ़िलिस्तीनी अवाम का भरपूर समर्थन और ज़ायोनी शासन की निंदा के बाद उनके सोशल मीडिया पेजेज़ को बंद किया जाना इसका सुबूत है।

दुनिया की मज़लूम क़ौमें ख़ास तौर पर ईरान और वेनेज़ोएला की क़ौमों ने इन नाइंसाफ़ियों का कड़ुवा मज़ा चखा है लेकिन वो अपने ऊंचे मक़सद से पीछे नहीं हटी हैं और भविष्य के दिनों की ओर से आशावान हैं। ऐसे दिन जिनमें अंततः पीड़ित और मज़लूम लोग ज़मीन के वारिस बनेंगे और ज़ालिमों को किनारे लगा देंगे। हम उस दिन की ओर से आशावान हैं वो दिन जब मज़लूम क़ौमें अपने दुश्मनों पर विजयी होंगी और इंसाफ़ व सौभाग्य से भरी ज़िंदगी के अधिकार को हासिल करेंगी।

इस बैठक में बोलिवर राष्ट्रीय यूनिवर्सिटी के स्टडी सेंटर के शोधकर्ता प्रोफ़ेसर एडगर फ़िगोएरा और सिगवेन्डो पासो फ़ाउंडेशन के प्रमुक रामोन मेड्रो ने ईरान-वेनेज़ोएला सांस्कृतिक संबंधों पर स्पीच में बल दिया कि दुनिया के न्याय प्रेमी राष्ट्रों के बीच निकटवर्ती संबंध और प्रतिरोध के लिए सांस्कृतिक संबंध ही रास्ता है।

क़ाबिले ज़िक्र है कि इस्लामी इंक़ेलाब के नेता की फ़ारसी भाषा में जीवनी "ख़ूने दिली के लाल शुद" का "सेल नंबर-14" शीर्षक के तहत स्पेनिश ज़बान में किताब का पिछले साल काराकास में ईरान-वेनेज़ोएला दोस्ती शीर्षक के तहत आयोजित नुमाइश में, अनावरण हुआ। इस किताब का स्पेनिश भाषी लोगों में बहुत स्वागत हुआ और अब तक छठी बार छप चुकी है। इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने स्पेनिश भाषी पाठकों के लिए नोट में न्याय प्रेमी राष्ट्रों के बीच आपस में मज़बूत रिश्तों पर बल दिया है।

 

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