1403 हिजरी शम्सी के नौरोज़ के पैग़ाम में इमाम ख़ामेनेई ने ग़ज़ा में जारी अपराधों को साल की सबसे कटु घटना बतायाः

अल्लाह से विनती है कि मिल्लते ईरान और सारी मुस्लिम क़ौमों के लिए मधुर परिवर्तन क़रार दे

20/03/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने नई हिजरी शम्सी साल 1403 के आग़ाज़ पर एक पैग़ाम जारी किया जिसमें आपने बीते साल के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अहम वाक़यों की ओर इशारा किया और नए साल का नारा निर्धारित किया।
20/03/2024
अज़ीज़ मिल्लते ईरान की सेवा में ईदे नौरोज़ और नए साल की मुबारकबाद पेश करता हूँ जो इस साल रमज़ानुल मुबारक, दिलों की बहार और अध्यात्म की बहार के साथ आया है। मैं ख़ास तौर पर क़ुरबानियां देने वालों के परिवारों और नौरोज़ मनाने वाली सभी क़ौमों की सेवा में मुबारकबाद पेश करता हूं। इमाम ख़ामेनेई  20 मार्च 2024  
21/03/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने नए हिजरी शम्सी साल के पहले दिन बुधवार 20 मार्च की शाम को तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में अवाम के मुख़्तलिफ़ तबक़ों के हज़ारों लोगों से मुलाक़ात की।
20/03/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 1 फ़रवरदीन 1403 हिजरी शम्सी बराबर 20 मार्च 2024 को ईदे नौरोज़ के मौक़े पर अपने ख़ेताब में देश की आर्थिक स्थिति के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने ग़ज़ा की जंग के बारे में कई महत्वपूर्ण पहलुओं की निशानदेही की।
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