अरबईने हुसैनी की मुनासेबत से गुरुवार 14 अगस्त 2025 को इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में छात्र अन्जुमनों की एक मजलिस हुई जिस में देश की अनेक यूनिवर्सिटियों के हज़ारों स्टूडेंट्स ने शिरकत की। सबसे पहले ज़ियारते अरबईन पढ़ी गई और फिर हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन रहीम शरफ़ी ने इलाही सुन्नतों की बुनियाद पर नुसरते इलाही हासिल करने की राहों पर रौशनी डाली। इसके बाद जनाब मीसम मुतीई ने हज़रत ज़ैनबे कुबरा सलामुल्लाह अलैहा और असीराने कर्बला के मसाएब बयान किए और नौहा पढ़ा।
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