अगर इस्लामी मुल्कों की सलाहियतें, एक साथ जमा हो जाएं, अगर ये सलाहियतें एक दूसरे से जुड़ जाएं, तो इस्लामी जगत दिखा देगी की अल्लाह की इज़्ज़त क्या होती है। वे भव्य इस्लामी सभ्यता, दुनिया के सभी समाजों के सामने पेश कर देंगी। हमारा लक्ष्य यह होना चाहिए और अर्बईन का यह मार्च इस लक्ष्य को हासिल करने का बेहतरीन साधन बन सकता है। इमाम ख़ामेनेई 18 सितम्बर 2019
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