चूंकि सामाजिक मंच पर अवाम की मौजूदगी बहुत अहम है...आप देख रहे हैं कि छोटे-बड़े शैतान, लोगों को गुमराह करने की कोशिश में हैं। हर दम समाज की मानसिकता की तह में कोई न कोई बात उतारते रहना, उनका पेशा बन गया है। अवाम को गुमराह करते रहते हैं। जैसा कि उनके सरग़ना (इब्लीस) ने कहा थाः “और सबको गुमराह करुंगा” (सूरए हिज्र, आयत-39) ताकि लोगों को, उनके ईमान, उनके विश्वास, उनकी उम्मीद और उनके आत्म विश्वास से दूर कर दें और उनको मायूस कर दें... ये वे काम हैं जो दुश्मन कर रहे हैं। इमाम ख़ामेनेई 10/03/2022