हाइब्रिड वॉर में फ़ौजी हमले नहीं किए जाते, बल्कि धार्मिक और राजनैतिक अक़ीदे पर हमले होते हैं। यह जो सूरे 'अन्नास' में कहते हैं: “बार बार वसवसा डालने, बार बार पसपा होने वाले के शर से। जो लोगों के दिलों में वसवसा डालता है। ख़ाह वह जिनों में से हो या इंसानों में से।” इसमें 'ख़न्नास' यही विदेशी प्रोपैगंडा मशीनरियां और उनकी बातों को दोहराने वाले भीतरी तत्व हैं जो वसवसे पैदा करते हैं, फ़ैक्ट्स को उलट पलट कर दिखाते हैं। उनका मक़सद क़ौम के इरादे को कमज़ोर करना है। उनका मक़सद क़ौम की उम्मीदों और आरज़ूओं को कुचल देना है। इमाम ख़ामेनेई 21/3/2023