अल्लाह फ़रमाता हैः तो (उस रविश का नतीजा यह निकला कि) अल्लाह ने उनकी वादाख़िलाफ़ी और झूठ बोलने की वजह से यौमे लेक़ा (क़यामत) तक उनके दिलों में नेफ़ाक़ क़ायम कर दिया, सूरए तौबा, आयत-77) यानी जिस वक़्त इंसान अल्लाह से किए हुए अपने अहद को पूरा नहीं करता, लापरवाही दिखाता है और ख़िलाफ़वर्ज़ी करता है, पाखंड उसके मन पर छा जाता है। इसलिए जब हम लापरवाही से काम लेते और ख़ुद को इच्छाओं के हवाले कर देते हैं तो ईमान दब जाता है और अक़्ल हार जाती है।
इमाम ख़ामेनेई
09/10/2005