दुश्मन जिस रास्ते से अवाम के मन में पैठ बनाना चाहता है, उस रास्ते को बंद करें, दुश्मन के मुक़ाबले में डट जाएं, कंटेन्ट बनाएं, विचार पेश करें, आज के बुद्धिजीवियों का यह काम, हार्डवेयर से रक्षा से ज़्यादा अहम है।