इंसान को सावधान करते रहने की ज़रूरत है कि लक्ष्य क्या है? लक्ष्य, दुनिया के कुछ सिक्के नहीं हैं कि हम उनके लिए अज़ीम फ़रीज़े को भुला दें और आला मक़सद को कुचल दें। अस्ल लक्ष्य नजात है, नजात है। इमाम ख़ामेनेई 5 अप्रैल 2010
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