क़ुरआन का हुक्म हैः "अल्लाह तो सिर्फ़ तुम्हें उन लोगों से दोस्ती करने से मना करता है जिन्होंने धर्म के बारे में तुमसे जंग की और तुम्हें तुम्हारें घरों से निकाला और तुम्हारे निकालने में एक दूसरे की मदद की..." (सूरए मुम्तहना, आयत-9) आज ग़ज़ा में और फ़िलिस्तीन में रेज़िस्टेंस फ़ोर्सेज़ क़ुरआन पर अमल कर रही हैं। प्रतिरोध, ग़ज़ा के अंदर दुश्मन के ख़िलाफ़ डटा हुआ है।
इमाम ख़ामेनेई
22/02/2024