अगर अमरीका का सपोर्ट न होता, अगर अमरीका की ओर से हथियारों की मदद न मिलती तो ज़ायोनी सरकार, पहले हफ़्ते में ही ख़त्म हो जाती, गिर जाती।

इमाम ख़ामेनेई