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फ़तवा
February 1, 2025
तक़रीर
सारांश
मुकम्मल तक़रीर
तिलावत का हक़ अदा करने वाले को ईमान की दौलत मिलती है
ईमान की वजह से क़ुरआन की तिलावत सुनना एक ज़िम्मेदारी है और दूसरी बात यह है कि यह ख़ुदा की रहमत के लिए तैयार होने के अर्थ में है। इमाम ख़ामेनेई
कीवर्ड्ज़
तिलावत
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