शिया सुन्नी की जंग, अरब व ग़ैर अरब की जंग, कभी शियों की शियों से और सुन्नियों की सुन्नियों से जंग, यह इम्पीरियल ताक़तों का काम है, यह अमरीका का काम है। इसकी ओर से होशियार रहने की ज़रूरत है।