मेन कंटेन्ट पर जाइए
नज़रिया
ज़्यादा पूछे जाने वाले सवाल
लेख
इंटरव्यू
मल्टीमीडिया
इन्फ़ोग्राफ़
फ़ोटो कोट
तस्वीरें
पोस्टर
वीडियोज़
रील्ज़
लाइब्रेरी
आयतुल्लाह ख़ामेनई की किताबें
विश्व साहित्य
फ़तवा
बायोग्राफ़ी
आयतुल्लाह ख़ामेनई
यादें
इमाम ख़ुमैनी
ख़बरें
पैग़ाम
हज का पैग़ाम
पैग़ाम और पत्र
तक़रीर
सारांश
मुकम्मल तक़रीर
English
Français
Español
Русский
हिंदी
Azəri
العربية
اردو
فارسی
Toggle navigation
पहला पन्ना
ख़बरें
तक़रीर
पैग़ाम
बायोग्राफ़ी
नज़रिया
मल्टीमीडिया
लाइब्रेरी
फ़तवा
April 19, 2025
मल्टीमीडिया
इन्फ़ोग्राफ़
फ़ोटो कोट
तस्वीरें
पोस्टर
वीडियोज़
रील्ज़
रजब के महीने का हर दिन अल्लाह की एक नेमत है।
अगर इंसान अक़्लमंद, होशियार और जागरूक हो तो इसके हर लम्हे से वह चीज़ हासिल कर सकता है जिसके सामने दुनिया की सारी नेमतें मामूली हैं। यानी अल्लाह की रज़ामंदी, करम, इनायत और तवज्जो हासिल कर सकता है। इमाम ख़ामेनेई 8 फ़रवरी 1991
कीवर्ड्ज़
रजब
संबंधित
दरस-ए-अख़लाक़ः रजब का महीना ख़ुद में सुधार का मौक़ा है
रजब के महीने की बरकतें
दुनिया समझ गयी कि ग़ज़ा के अवाम मज़लूम और फ़ातेह हैं