04/06/2024
इमाम ख़ुमैनी का मानना था कि ख़ुद फ़िलिस्तीनी अवाम को दुश्मन यानी ज़ायोनी सरकार को पीछे हटने पर मजबूर कर देना चाहिए, उसे कमज़ोर बना देना चाहिए। आज यह काम हो गया।
03/06/2024
इमाम ख़ुमैनी ने फ़िलिस्तीन के बारे में 50 साल पहले या उससे भी ज़्यादा पहले पेशीनगोई कर दी थी आज धीरे धीरे वही अमली जामा पहन रही है।
03/06/2024
फ़िलिस्तीनियों ने तूफ़ान अलअक़्सा ऑप्रेशन में दुश्मन को मैदान के ऐसे कोने में पहुंचा दिया है कि उसके पास भागने और नजात का कोई रास्ता नहीं है।
31/05/2024
संयुक्त राज्य अमरीका के अज़ीज़ स्टूडेंट्स! यह हमारी आपसे सहृदयता और समरसता का पैग़ाम है। इस वक़्त आप इतिहास की सही दिशा में, जो अपना पन्ना पलट रहा है, खड़े हुए हैं।
27/05/2024
ख़ुदा इस मर्द को चाहता था और उसने उनके निधन को इस तरह बरकत वाला क़रार दिया, मुबारक क़रार दिया।
22/05/2024
आपको सलाम कि दुनिया की सबसे ज़्यादा हथियारों से लैस सेनाओं में से एक और धरती के सबसे घटिया लोगों के मुक़ाबले में आज अपकी दृढ़ता ने हमें, प्रतिरोध का अर्थ समझाया।
22/05/2024
राष्ट्रपति हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन सैयद इब्राहीम रईसी और हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दूसरे शहीदों की नमाज़े जनाज़ा इस्लामी इंक़ेलाब के नेता की इमामत में अदा की गयी।
20/05/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन मरहूम रईसी इमाम रज़ा अलैहिस्सालम की ज़रीह में मुक़द्दस क़ब्र की सफ़ाई की ख़िदमत करते हुए।
19/05/2024
उस लंबे सफ़र में  हर जगह लोगों ने क़रीब से इमाम की ज़ियारत की। मानो इंसान पैग़म्बरे इस्लाम की ज़ियारत कर ले।
19/05/2024
फ़िलिस्तीनी क़ौम को तीन मुसीबतों में ढकेला गयाः उसकी सरज़मीन को हड़प लिया गया; उस पर सामूहिक विस्थापन थोपा गया और उसका क़त्ले आम किया गया।
20/05/2024
मुल्क की सुरक्षा भी, सरहदों की सुरक्षा भी, मुल्क की सतह के दूसरे काम भी जो कार्यपालिका के ज़रिए अंजाम पाते हैं, सही तरीक़े से अंजाम पाएंगे। लोग चिंतित न हों, घबराएं नहीं, इंशाअल्लाह राष्ट्रपति, जनता के बीच लौट आएंगे।
17/05/2024
दूसरी व्यस्तताएं, जैसे साइबर स्पेस/सोशल मीडिया और इस तरह की दूसरी चीज़ों ने किताबों के अध्ययन की जगह ले ली है। यह सही चीज़ नहीं है।
15/05/2024
तेहरान इंटरनैशनल बुक फ़ेयर में प्रकाशकों और लेखकों से इस्लामी इंक़ेलाब के नेता की बातचीत में, उनके व्यापक अध्ययन और बेमिसाल याददाश्त की झलक दिखाई दी।
14/05/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने तेहरान इंटरनैशनल बुक फ़ेयर का तीन घंटे मुआइना किया और किताबों के मुख़्तलिफ़ स्टालों पर गए, किताबें भी देखीं और स्टाल के मालिकों से बातचीत भी की।
14/05/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने तेहरान इंटरनैशनल बुक फ़ेयर का मुआइना करने के बाद, संबंधित विभाग को किताबों का प्रकाशन बढ़ाने पर ताकीद की।
10/05/2024
चुनाव, मैदान में अवाम की मौजूदगी की निशानी और अवाम के इरादे व निर्णय का चिन्ह है। इसलिए हर उस इंसान का क़ौमी फ़रीज़ा है कि चुनाव में शरीक हो जो चाहता है कि मुल्क तरक़्क़ी करे काम करे और बड़े लक्ष्य तक पहुंचे।
08/05/2024
इस्लाम के सबसे ख़ूबसूरत आध्यात्मिक दृष्यों में से एक, मस्जिदुन नबी में क़ुरआन की तिलावत है, मस्जिद और क़ुरआन एक साथ, काबा और क़ुरआन एक साथ, यह बहुत ही सुंदर संगम है।
07/05/2024
हज़रत इब्राहीम ने जो शिक्षाएं हमें दी हैं उनके मुताबिक़ इस साल का हज बेज़ारी के एलान का हज है। पश्चिमी कल्चर से निकलने वाले ख़ूंख़ार वजूद से बेज़ारी का एलान जिसने ग़ज़ा में अपराध किए।
06/05/2024
अगर अमरीका की मदद न होती तो क्या ज़ायोनी सरकार में इतनी ताक़त थी, हिम्मत थी कि मुसलमान मर्दों, औरतों और बच्चों के साथ उस छोटे से इलाक़े में ऐसा बर्बरतापूर्ण व्यवहार करे?
06/05/2024
हज़रत इब्राहीम की शिक्षाओं की बुनियाद पर इस साल का हज ख़ास तौर पर बराअत का हज है, क्योंकि एक तरफ़ ख़ूंख़ार ज़ायोनी है तो दूसरी ओर ग़ज़ा के मुसलमान अवाम का इतनी मज़लूमियत के साथ प्रतिरोध है।
03/05/2024
अगर हमारे ये दसियों लाख बच्चे और नौजवान, सिस्टम के बुनियादी हितों को समझ लें, तो फिर दुश्मन के प्रोपैगंडे और प्रोपैगंडों पर अरबों डॉलर ख़र्च करके की जाने वाली ये सारी कोशिशें वग़ैरह नाकाम हो जाएंगी
01/05/2024
ग़ज़ा, दुनिया का सबसे बड़ा मुद्दा है। हमें इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दुनिया के लोगों की नज़रों से हटने नहीं देना चाहिए, ये मुद्दा नंबर एक की पोज़ीशन से दुनिया के लोगों की नज़रों से हटने न पाए।
01/05/2024
अगर बीस साल और तीस साल बाद तक इस हुकूमत को बचाए रखना चाहें, कि जो उनके बस की बात नहीं है, तो भी मुश्किल हल होने वाली नहीं है। मुश्किल तब हल होगी जब फ़िलिस्तीन उसके अस्ली मालिकों को वापस मिल जाए।
28/04/2024
आज हमारी आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के काम की बरकत से, अल्लाह की कृपा से दुनिया में मुल्क की छवि तारीफ़ के क़ाबिल हो गयी है।
24/04/2024
जिन साहब ने चफ़िया (विशेष गमछा) उठा रखा है और उस पर लिखा है "अंगूठी", अगर उन साहब को अंगूठी चाहिए तो आएं और ले लें।
24/04/2024
ईरान ने कड़ी पाबंदियों के दौरान भी आधुनिक हथियार वो भी इतनी तादाद में तैयार कर लिए! वो इससे भी ज़्यादा तैयार कर सकता है, इससे भी बेहतर तैयार कर सकता है।
22/04/2024
इक़बाल अगर आज ज़िंदा होते तो वो एक ऐसी क़ौम को अपनी आँखों के सामने पाते जो अपने क़दमों पर खड़ी है; क़ौम परस्ती, राष्ट्रवाद और ग़ैर ज़रूरी वतनपरस्ती की चहारदीवारी में ख़ुद को क़ैद नहीं करती और इक़बाल की ऐसी ही दूसरी आरज़ूएं जो उनकी क़ीमती किताबों में हर जगह मौजूद हैं, उनको वो क़ौम यहाँ नज़र आती।
22/04/2024
सबसे अहम विषय अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ईरानी क़ौम और ईरानी फ़ोर्सेज़ के इरादे की ताक़त का उदय है। ये अहम है और ये हुआ है।
13/04/2024
इस साल रमज़ान के महीने में ग़ज़ा के ख़ूंरेज़ वाक़यात ने सारी दुनिया में मुसलमानों को रंजीदा कर दिया। अल्लाह की लानत हो क़ाबिज़ ज़ायोनी हुकूमत पर। ज़ायोनी हुकूमत ने एक और ग़लती अपनी ग़लतियों में बढ़ा ली और वो सीरिया में ईरान की काउंसलेट पर हमला था। घटिया हुकूमत को सज़ा मिलेगी।
12/04/2024
पश्चिमी हुकूमतों ने अपने फ़रीज़े पर अमल नहीं किया। किसी ने ज़बानी कोई बात कह दी। लोगों के सपोर्ट में लेकिन अमली तौर पर न सिर्फ़ यह कि उन्होंने रोका नहीं बल्कि उनमें ज़्यादातर ने मदद भी की।
13/04/2024
ख़ुद दुष्ट हुकूमत ने जो सिर से पैर तक घटिया हरकतों, दुष्टता और ग़लती से भरी हुयी है एक और ग़लती अपनी ग़लतियों में बढ़ा ली और वो सीरिया में ईरान की काउंसलेट पर हमला था।
10/04/2024
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी मुसल्ला में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई की इमामत में ईदे फ़ित्र की नमाज़ पढ़ी गयी।
09/04/2024
रहमान अल्लाह की आम रहमत है जिसका दायरा संसार की सभी चीज़ों पर फैला हुआ है लेकिन कम मुद्दत के लिए यानी क़यामत से पहले तक, रहीम यानी अल्लाह की वो रहमत जो मोमिनों से मख़सूस है और किसी ख़ास वक़्त तक सीमित नहीं है बल्कि हमेशा है।
08/04/2024
अल्लाह से माफ़ी के लिए सिर्फ़ दुआ ज़रूरी नहीं है, अमल भी ज़रूरी है। वो अमल क्या है? गुनाहों से तौबा, इस्तेग़फ़ार, गुनाह को छोड़ना और भविष्य में दोबारा न करने का संकल्प, अमल ये चीज़ें हैं।
07/04/2024
सभी लोगों को सचेत करता हूं कि चौकन्ना रहिए कहीं आपका दिल टेढ़ा न हो जाए, अगर हम व्यवहारिक तौर पर टेढ़े हो गए तो अल्लाह भी हमारे दिल को टेढ़ा कर देगा, हमारा बुरा कर्म, हमारे दिल को बुरा बना देगा।
07/04/2024
हम आपको बहुत चाहते हैं, आप ख़ुशनसीब हैं कि नाचीज़ को देखते हैं और चाहते हैं, मैं आप लोगों को नहीं देखता लेकिन आप सबको चाहता हूं।
06/04/2024
ख़ुदा फ़रामोशी की सज़ा, ख़ुद फ़रामोशी है। ख़ुद फ़रामोशी यानी आत्म सुधार को भूल जाना, यानी अपने ऐबों को भूल जाना, ख़ुद फ़रामोशी यानी अपनी सलाहियतों को भुला देना और अपने भीतर पाए जाने वाले विकास, तरक़्क़ी, निखार और उत्थान को भूल जाना है।
06/04/2024
इंसान जब ख़ुद अपना हिसाब किताब करता है और अपने ऐबों को देखता है तो शर्मिंदा होता और उन्हें ठीक करने की कोशिश करता है। कम से कम अल्लाह का डर उसके दिल में पैदा होता है। ये वो चीज़ें हैं जो इंसान के लिए उत्थान का सबब हैं।
05/04/2024
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने सीरिया में ईरान की काउंसलेट पर ज़ायोनी शासन के आतंकी हमले के सात शहीदों की नमाज़े जनाज़ा पढ़ाई।
05/04/2024
इस साल का क़ुद्स दिवस एक अंतर्राष्ट्रीय एलाने मुख़ालेफ़त होगा क़ाबिज़ ज़ायोनी हुकूमत के ख़िलाफ़ यानी इस साल अगर पिछले वर्षों में क़ुद्स दिवस सिर्फ़ इस्लामी देशों में मनाया जाता था तो इस साल पूरी संभावना है कि ग़ैर इस्लामी देशों में भी  क़ुद्स दिवस इंशाअल्लाह अज़ीम पैमाने पर मनाया जाएगा।