एक और अहम बात जो उल्लेखनीय है वह यह कि इमाम महदी अलैहिस्सलाम की हुकूमत हर तरह से अवामी हुकूमत होगी। अवामी हुकूमत से क्या मुराद है? मतलब यह कि अवाम के ईमान, इरादे और ताक़त के सहारे होगी। इमाम महदी सिर्फ़ दुनिया में इंसाफ़ क़ायम नहीं करेंगे, इमाम महदी अलैहिस्सलाम ख़ुद मोमिन अवाम का हिस्सा हैं और उन्हीं के सहारे पूरी दुनिया में अल्लाह के इंसाफ़ की बुनियाद डालेंगे और सौ फ़ीसद अवामी हुकूमत गठित करेंगे। लेकिन यह अवामी हुकूमत दुनिया में मौजूद सभी लोकप्रिय हुकूमतों से अलग होगी जो आज प्रजातांत्रिक और अवामी होने का दावा करती हैं। इमाम महदी अलैहिस्सलाम का प्रजातंत्र- यानी धार्मिक प्रजातंत्र- मौजूदा तरीक़े से बिल्कुल अलग होगा।
इमाम ख़ामेनेई
22/10/2002