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February 16, 2025
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रील्ज़
तेरी पनाह में आने वाला बिना मददगार के नहीं
ऐ मेरे अल्लाह! बेशक जो तेरे ज़रिए पहचाना गया वह गुमनाम नहीं रहता और जो तेरी पनाह में आया वह बे यार व मददगार नहीं होता और जिसकी ओर तूने रुख़ क़िया वह ग़ुलाम नहीं बनता। (शाबान की विशेष मुनाजात से)
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