इस्लामी तहज़ीब, इमाम महदी अलैहिस्सलाम -अल्लाह उन्हें जल्द ज़ाहिर करे- के ज़ुहूर के ज़माने में पूरी तरह अमली शक्ल अख़्तियार करेगी। उनके ज़ुहूर के ज़माने में हक़ीक़ी इस्लामी तहज़ीब और हक़ीक़ी इस्लामी जगत वजूद में आएगा। ज़ुहूर का ज़माना वह ज़माना है जिसमें इंसानियत सुकून का सांस ले सकती है, अल्लाह के रास्ते पर चल सकती है, नेचर और इंसान के वजूद में पायी जाने वाली सभी सलाहियतों से भरपूर फ़ायदा उठा सकती है। इमाम ख़ामेनेई 05/10/2000
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