कुछ परिवारों में बच्चों के अधिकारों का ख़याल नहीं रखा जाता, बच्चों के अधिकारों का हनन सिर्फ़ यह नहीं है कि उनके साथ मोहब्बत न करे, जी नहीं! ग़लत तरबियत, उनके प्रति लगाव न होना, उनकी ज़रूरतों का ख़याल न रखना, मोहब्बत में कमी और इसी तरह की दूसरी बातें भी उन पर ज़ुल्म के दायरे में आती हैं।
इमाम ख़ामेनेई
15/12/2000