हम अपने मुल्क में देख रहे हैं कि औरतों के सिलसिले में काम करने वाली कुछ औरतों और कुछ मर्दों की यह कोशिश है कि औरतों से संबंधित कन्वेंशनों के साथ समन्वय के लिए इस्लामी हुक्म को नज़रअंदाज़ करें और उनमें कमी या बेशी करें, यह ग़लत है। इमाम ख़ामेनेई 04/07/2007
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