मुल्क के फ़ुलां मक़ाम, फ़ुलां शहर, फ़ुलां क़ौम और फ़ुलां प्रांत का रहने वाला जवान जो जाकर दुश्मन के मुक़ाबले में खड़ा हो जाता है। वह न तो सैन्य मैदान में डरता है और न उसकी राजनैतिक बातों से प्रभावित होता है और न उसके कल्चर को क़ुबूल करता है।