मुसलमान और हुर्रियत पसंद क़ौमें वो जिस रविश और सोच की भी हों, एक मक़सद पर मुत्तहिद हो सकती हैं और वह फ़िलिस्तीन और उसकी आज़ादी की जिद्दोजेहद की ज़रूरत है। इमाम ख़ामेनेई 21 फ़रवरी 2017