मुबाहेला वह मौक़ा है जब पैग़म्बरे  इस्लाम अपने सबसे चहेते लोगों को मैदान में लेकर आते हैं। इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम भी हक़ीक़त बयान करने के लिए अपने प्यारों को मैदान में ले आते हैं।