इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने नर्स डे के उपलक्ष्य में नर्सेज़ और मेडिकल विभाग के शहीदों के घर वालों से मुलाक़ात में हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा की शख़सियत के कुछ अहम पहलुओं पर रौशनी डाली है। इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने नर्स डे के उपलक्ष्य में नर्सेज़ और मेडिकल विभाग के शहीदों के घर वालों से मुलाक़ात में कहा है कि हज़रत ज़ैनबे कुबरा सलामुल्लाह अलैहा ने पूरी तारीख़ और पूरी दुनिया को, औरत की महान आत्मिक व बौद्धिक योग्यता दिखाने में सफलता हासिल की। हज़रत ज़ैनब ने दो बिंदु दिखाए। एक बिंदु यह कि औरत, सब्र और सहनशीलता का एक महासागर हो सकती है और दूसरे यह कि औरत बुद्धिमत्ता और युक्ति की एक ऊंची चोटी बन सकती है।