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April 19, 2024
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आशूरा से अरबईन तक चालीस दिन इस्लामी इतिहास का महत्वपूर्ण दौर है।
अगर आशूर क़ुरबानी के ज़रिए जेहाद का चरम बिंदु है तो यह चालीस दिन बयान के ज़रिए जेहाद का चरम बिंदु हैं। पैग़म्बर के ख़ानदान के आंदोलन ने कर्बला की घटना को अमर कर दिया। यह बयान उस क़ुरबानी को मुकम्मल करने वाली कड़ी है। इमाम ख़ामेनई Sept 27, 2021