हमास आंदोलन के पोलित ब्योरो चीफ़ इस्माईल हनीया और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल ने रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मंगलवार 26 मार्च 2024 को मुलाक़ात की।
हमास ने एक सरकार की हैसियत ने नहीं, एक देश की हैसियत से नहीं, एक संघर्षशील गिरोह की हैसियत से, क़ाबिज़ ज़ायोनी सरकार को, उसके इतने सारे संसाधनों के साथ नॉकआउट कर दिया।