मज़दूरों की अहमियत के बारे में बहुत कुछ कहा गया है। इस संबंध में सबसे अच्छी बात जो कही जा सकती है वो इस हदीस के मुताबिक़, पैग़म्बरे इस्लाम सल्लललाहो अलैहि वआलेही वसल्लम ने एक मज़दूर के खुरदुरे हाथों को चूमा। क्या इससे बढ़कर भी कोई फ़ज़ीलत की बात पेश की जा सकती है?
इमाम ख़ामेनेई
21/04/2024
पूरे मुल्क से बड़ी तादाद में आए मज़दूर वर्ग के लोगों ने 24 अप्रैल 2024 को सुबह इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से तेहरान में मुलाक़ात की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बुधवार 24 अप्रैल 2024 की सुबह पूरे मुल्क से आए हज़ारों मज़दूरों व श्रमिकों से मुलाक़ात की।