rss https://hindi.khamenei.ir/feed/service/16908 hi अपराधी गैंग की रक्त धमनी काट दी जाए https://hindi.khamenei.ir/news/8158 आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने मुल्क के आला अधिकारियों, विदेशी राजदूतों और इस्लामी एकता कान्फ़्रेंस में भाग लेने वालों से मुलाक़ात में, 21 सितम्बर 2024 को ज़ायोनी सरकार के अपराधों की ओर इशारा करते हुए इस्लामी जगत की ओर से फ़िलिस्तीनी क़ौम के प्रति मौजूदा सपोर्ट के अनेक पहलूओं का ज़िक्र किया, जिन्हें इन्फ़ोग्राफ़ में पेश किया जा रहा है। Wed, 25 Sep 2024 10:07:00 +0330 .. /news/8158 पर्यावरण दूसरे दर्जे का नहीं बल्कि बुनियादी मुद्दा है https://hindi.khamenei.ir/news/7861 पेड़ पौधे और जो कुछ उगता है वो मानव सभ्यता के निर्माण में एक अहम व बुनियादी स्तंभ की हैसियत रखता है। इमाम ख़ामेनेई 05/04/2020 Wed, 05 Jun 2024 09:47:00 +0330 .. /news/7861 ग़ज़ा में 100 दिन में ज़ायोनी सरकार के अपराध https://hindi.khamenei.ir/news/7391 इस इन्फ़ोग्राफ़ में ग़ज़ा जंग के 100 दिनों में ज़ायोनी सरकार के कुछ अपराधों पर भरोसेमंद स्रोतों के हवाले से एक नज़र डाली जा रही है। Mon, 15 Jan 2024 15:22:00 +0330 .. /news/7391 ग़ज़ा की जंग के 100 दिनों में ज़ायोनी सरकार की नाकामियों पर एक नज़र https://hindi.khamenei.ir/news/7387 इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने 9 जनवरी 2024 को कहाः "ज़ायोनी सरकार क़रीब 100 दिनों बाद, जबसे वो जुर्म कर रही है, अपने किसी भी लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकी है। फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध ज़िन्दा, ताज़ा दम और मुस्तैद है और वो सरकार थकी हुयी, लज्जित, पशेमान है और उसके माथे पर मुजरिम का ठप्पा लगा हुआ है।" Sun, 14 Jan 2024 15:06:00 +0330 .. /news/7387 इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की ज़ियारत के आदाब या संस्कार, इमाम ख़ामेनेई की ज़बानी https://hindi.khamenei.ir/news/5470 ज़ियारत क़ुबूल होने का मतलब यह है कि इमाम से मुलाक़ात का जो फ़ायदा, मुलाक़ात करने वाले को मिलता है, वह आपको हासिल हो। ज़ियारत क़ुबूल होने का मतलब यह है। इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने पासदाराने इंक़ेलाब फ़ोर्स आईआरजीसी से 23 अगस्त सन 2003 को हुई अपनी मुलाक़ात में इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की ज़ियारत के आदाब या संस्कार बयान किए जो पेश किए जा रहे हैं। Thu, 23 Jun 2022 11:34:00 +0430 .. /news/5470