rss https://hindi.khamenei.ir/feed/service/13524 hi दुष्ट हुकूमत को सज़ा https://hindi.khamenei.ir/news/7706 जब वो हमारे काउंसलेट पर हमला करते हैं तो ये ऐसा ही है जैसे हमारे मुल्क पर हमला कर दिया है। ये दुनिया में आम समझ है। दुष्ट हुकूमत ने इस मामले में ग़लती की है। उसे सज़ा मिलनी चाहिए और सज़ा मिलेगी।  इमाम ख़ामेनेई  10/04/2024 Sun, 14 Apr 2024 20:23:00 +0330 .. /news/7706 ज़ायोनिज़्म मच्छर की तरह ख़ून चूसता है https://hindi.khamenei.ir/news/7704 अफ़सोसनाक है कि फ़िलिस्तीन के मसले में इस्लामी हुकूमतें ज़ायोनी सरकार की मदद कर रही हैं। ज़ायोनी जब किसी देश में क़दम रखते हैं तो मच्छर की तरह उस देश का ख़ून चूसते हैं, अपने स्वार्थ के लिए। इमाम ख़ामेनेई 10 अप्रैल 2024 Fri, 12 Apr 2024 22:47:00 +0330 .. /news/7704 ग़ज़ा ने दिखा दिया... अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की अयोग्यता को https://hindi.khamenei.ir/news/7688 अमरीका बड़ी बेशर्मी से युद्ध विराम के प्रस्ताव को बार बार वीटो करता है। ये पश्चिमी सभ्यता का अस्ल स्वभाव है। इमाम ख़ामेनेई 24/02/2024 Mon, 08 Apr 2024 22:08:00 +0330 .. /news/7688 इंटैलीजेंस के मैदान की ताक़त https://hindi.khamenei.ir/news/7687 जो शिकस्त 7 अक्तूबर को हुई उसकी भरपाई नहीं हो सकती। वो हुकूमत जो सटीक इंटैलीजेंस पर निर्भर है और दावा करती है कि परिंदा पर भी मारे तो उसकी नज़र से पोशीदा नहीं रहता, सीमित संसाधनों वाले एक रेज़िस्टेंस संगठन से शिकस्त खा गई।  इमाम ख़ामेनेई 3 अप्रैल 2024 Mon, 08 Apr 2024 21:59:00 +0330 .. /news/7687 ग़ज़ा ने दिखा दिया... https://hindi.khamenei.ir/news/7685 पश्चिम के महिला अधिकार के झूठे दावे को ज़ायोनियों के अपराध भुलाए नहीं जा सकेंगे यहाँ तक कि ज़ायोनी शासन के तबाह हो जाने के बाद भी। लेखक किताबों में लिखेंगे कि इन लोगों ने कुछ हफ़्तों में हज़ारों बच्चों और औरतों को मार डाला। इमाम ख़ामेनेई 09/01/2024 Mon, 08 Apr 2024 12:01:00 +0330 .. /news/7685 ग़ज़ा ने पर्दाफ़ाश किया...पश्चिम के मानवाधिकार के झूठे दावे का https://hindi.khamenei.ir/news/7677 पश्चिमी सभ्यता ने अपनी धूर्तता, पाखंड और झूठ को ज़ाहिर कर दिया। जब तीन या चार महीने में ज़ायोनी शासन के हाथों 30000 लोग मारे जाते हैं तो वो अपनी आँखें बंद कर लेते हैं मानो कुछ हुआ ही न हो। इमाम ख़ामेनेई 24/02/2024 Sat, 06 Apr 2024 06:04:00 +0330 .. /news/7677 जश्ने आज़ादी https://hindi.khamenei.ir/news/7675 हमें उम्मीद है कि हमारे आज के नौजवान वह दिन देखेंगे जब क़ुद्स शरीफ़ मुसलमानों के हाथों में हो और इस्लामी दुनिया इस्राईल के ख़ात्मे का जश्न मनाए।  इमाम ख़ामेनेई 3 अप्रैल 2024 Fri, 05 Apr 2024 15:10:00 +0330 .. /news/7675 हुकूमत क़ुबूल करने के लम्हे से मेहराबे इबादत में सर पर तलवार लगने तक https://hindi.khamenei.ir/news/7657 अमीरुल मोमेनीन ने हुकूमत क़ुबूल करने के लम्हे से मेहराबे इबादत में सर पर तलवार लगने तक एक दिन और एक लम्हा ऐसा नहीं गुज़ारा जिसमें आप उस हक़ और हक़ीक़त का मुतालबा करने से पीछे हटे हों जिसके लिए इस्लाम आया। न कोई रियायत, न तकल्लुफ़, न लेहाज़, न ख़ौफ़, न कमज़ोरी कुछ भी उनके आड़े नहीं आया। इमाम ख़ामेनेई 28 जुलाई 2007 Mon, 01 Apr 2024 18:22:00 +0330 .. /news/7657 अमीरुल मोमेनीन अलैहिस्सलाम का ख़ालिस जेहाद https://hindi.khamenei.ir/news/7655 अमीरुल मोमेनीन अलैहिस्सलाम की पूरी ज़िंदगी सरापा ख़ालिस जेहाद है। बचपन में इस्लाम लाने से लेकर 63 साल की उम्र में शहादत तक ज़िंदगी का एक भी लम्हा ख़ालिस जेहाद से ख़ाली नहीं। इस्लाम के इतिहास में इतनी सेवाएं करने वाली कोई और हस्ती नहीं है। इमाम ख़ामेनेई 20 मई 1987 Mon, 01 Apr 2024 14:51:00 +0330 .. /news/7655 हक़ की कसौटी हज़रत अली हैं https://hindi.khamenei.ir/news/7653 पैग़म्बरे इस्लाम की निगाह में हक़ की कसौटी हज़रत अली हैं। सुन्नी और शिया रावियों ने नक़्ल किया हैः “अली हक़ के साथ और हक़ अली के साथ है, वह उधर घूमता है जिस तरफ़ वो घूमते हैं।” अगर आपको हक़ की तलाश है तो देखिए कि अली कहां खड़े हैं, क्या कर रहे हैं, उनकी उंगली का इशारा किस तरफ़ है।    इमाम ख़ामेनेई 26 जून 2010 Mon, 01 Apr 2024 01:19:00 +0330 .. /news/7653 शबे क़द्र अमीरुल मोमेनीन से सबक़ लेने की रात https://hindi.khamenei.ir/news/7652 शबे क़द्र वह मौक़ा है जिसमें हम अपने दिलों को अमीरुल मोमेनीन अलैहिस्सलाम के अज़ीम मरतबे से परिचित कराएं और सबक़ लें। माहे रमज़ान की फ़ज़ीलत और इस महीने में नेक बंदों की ज़िम्मेदारियों के बारे में जो कुछ ज़बान पर आता है और बयान किया जा सकता है अमीरुल मोमेनीन अलैहिस्सलाम उसका मुकम्मल नमूना और उन विशेषताओं का उदाहरण हैं।  इमाम ख़ामेनेई  19 सितम्बर 2008 Sun, 31 Mar 2024 15:52:00 +0330 .. /news/7652 ग़ज़ा की रेज़िस्टेंस मज़बूती के साथ क़ायम है https://hindi.khamenei.ir/news/7649 फ़िलिस्तीनी रेज़िस्टेंस के जवानों ने पैग़ाम दिया जो हमारे कानों तक भी पहुंचा कि हमारे बारे में फ़िक्रमंद होने की ज़रूरत नहीं है। हमारे लगभग 90 प्रतिशत संसाधन और क्षमताएं सुरक्षित हैं। इमाम ख़ामेनेई 12 मार्च 2024 Sat, 30 Mar 2024 17:33:00 +0330 .. /news/7649 शिकस्त ही ज़ायोनी हुकूमत का मुक़द्दर https://hindi.khamenei.ir/news/7637 ज़ायोनी हुकूमत केवल अपनी सुरक्षा के मसले में ही संकट का शिकार नहीं बल्कि संकट से बाहर निकलने के मसले में भी संकट में घिरी है। दलदल में फंसी है, बाहर नहीं निकल सकती। अगर ग़ज़ा से निकल जाए तो उसकी हार है और न निकले तब भी उसकी हार है। इमाम ख़ामेनेई 20 मार्च 2024 Thu, 28 Mar 2024 14:06:00 +0330 .. /news/7637 शिकस्त की तिलमिलाहट https://hindi.khamenei.ir/news/7618 आज तक ज़ायोनी (अलअक़्सा फ़्लड ऑप्रेशन में) मिलने वाली हार की रुस्वाई और दबाव से उबर नहीं पाए हैं। हाँ, वो अपनी ताक़त का प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन कहाँ? ग़ज़ा के मरीज़ों के अस्पताल पर, ग़ज़ा के स्कूलों पर और ग़ज़ा के अवाम के सिरों पर (बमबारी करके) जो कहीं जा नहीं सकते। ताक़त के इस प्रदर्शन की कोई हैसियत नहीं है। इमाम ख़ामेनेई 22 नवम्बर 2023 Sun, 24 Mar 2024 16:26:00 +0330 .. /news/7618 शुरू से इस्लाम पर ईमान लाईं https://hindi.khamenei.ir/news/7611 हज़रत ख़दीजा शुरू से इस्लाम पर ईमान लाईं। उन्होंने अपनी सारी दौलत दावते इस्लाम और इस्लाम के प्रचार पर ख़र्च कर दी। अगर हज़रत ख़दीजा की मदद न होती तो शायद इस्लाम के सफ़र और इस्लाम के प्रचार में बड़ी रुकावट पेश आती। बाद में रसूले ख़ुदा और दूसरे मुसलमानों के साथ शेअब-ए-अबू तालिब में जाकर रहीं और वहीं उन्होंने आख़िरी सांस ली। इमाम ख़ामेनेई 27 जून 1986 Fri, 22 Mar 2024 16:45:00 +0330 .. /news/7611 अपराध की इंतेहा, रेज़िस्टेंस का चरम बिंदु https://hindi.khamenei.ir/news/7592 आज़ ग़ज़ा में जो कुछ हो रहा है वह दोनों तरफ़ से चरम पर है। ज़ायोनी और पश्चिमी सभ्यता का अपराध और बर्बरता भी और मसले का दूसरा पहलू भी, अवाम का बेमिसाल सब्र और प्रतिरोध और हमास और फ़िलिस्तीनी रेज़िस्टेंस के जेहाद की ताक़त भी। इमाम ख़ामेनेई  12 मार्च 2024 Mon, 18 Mar 2024 15:57:00 +0330 .. /news/7592 रमज़ान मुबारक का चाँद नज़र नहीं आया https://hindi.khamenei.ir/news/7570 रमज़ान मुबारक का चाँद 29 शाबान (10 मार्च) को नज़र नहीं आया, सोमवार को 30 शाबान है, और मंगलवार 12 मार्च को रमज़ान मुबारक 1445 हिजरी क़मरी का पहला दिन होगा। Mon, 11 Mar 2024 10:11:00 +0330 .. /news/7570 अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवसः एक नज़र ग़ज़ा की महिलाओं पर https://hindi.khamenei.ir/news/7568 ग़ज़ा ने पश्चिम के चेहरे से मानवाधिकार की नक़ाब हटा दी।  इमाम ख़ामेनेई  1 नवम्बर 2023 Sat, 09 Mar 2024 12:14:00 +0330 .. /news/7568 इस्लामी हुकूमत की कार्यशैली "न तुम ज़ुल्म करोगे और न तुम पर ज़ुल्म किया जाएगा।" https://hindi.khamenei.ir/news/7564 जो हुकूमत इस्लाम की बुनियाद पर क़ायम होती है उसकी कार्यशैली की बुनियाद हैः"न तुम ज़ुल्म करोगे और न तुम पर ज़ुल्म किया जाएगा।" (सूरए बक़रह आयत 279) इमाम ख़ामेनेई  7 मार्च 2024 Fri, 08 Mar 2024 11:32:00 +0330 .. /news/7564 एक ज़ालिम सभ्यता के शोले https://hindi.khamenei.ir/news/7544 पश्चिमी सभ्यता ये है। अमरीका और पश्चिम की अमानवीय नीतियों की शर्मनाक स्थिति इस हद को पहुंच गई है कि आपने सुना ही होगा कि अमरीकी एयर फ़ोर्स का अफ़सर आत्मदाह कर लेता है। यानी इस कल्चर में पले बढ़े हुए नौजवान के लिए भी यह बात बहुत भारी है, उसके ज़मीर को भी चोट पहुंचती है।इत्तेफ़ाक़ से किसी एक शख़्स का ज़मीर जाग गया और उसने आत्मदाह कर लिया। पश्चिमी कल्चर ने अपना परिचय करा दिया, अपने चेहरे से नक़ाब हटा दी, अपनी पोल खोल दी कि वो कितना भ्रष्ट है, कितना गुमराह है, कितना ज़ालिम है। आयतुल्लाह ख़ामेनेई 28/2/2024 Tue, 05 Mar 2024 10:31:00 +0330 .. /news/7544 इमाम महदी, पैग़म्बरी और अल्लाह की ओर दावत देने वाली कड़ी https://hindi.khamenei.ir/news/7518 इंसान को पैग़म्बर, अल्लाह की ओर आने की दावत देने और उसकी ओर बुलाने वालों की हमेशा ज़रूरत है और ये ज़रूरत आज भी बाक़ी है। अल्लाह की ओर बुलाने वालों का यह सिलसिला आज भी टूटा नहीं है और इमाम महदी का पाकीज़ा वजूद जिन पर हमारी जाने क़ुर्बान हों, अल्लाह की ओर बुलाने वालों की आख़िरी कड़ी है। इमाम ख़ामेनेई 20/9/2005 Sun, 25 Feb 2024 11:49:00 +0330 .. /news/7518 ज़बरदस्त नेटवर्क https://hindi.khamenei.ir/news/7410 इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम, इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम, इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम और इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम के दौर में शियों का नेटवर्क हमेशा से ज़्यादा फैला हुआ था। किसी भी दौर में पूरे इस्लामी जगत में शियों के आपसी संबंध और शिया मत के नेटवर्क का फैलाव, इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम, इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम और इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम के ज़माने जैसा नहीं था। इमाम ख़ामेनेई 09/08/2005 Tue, 23 Jan 2024 09:09:00 +0330 .. /news/7410 मुनाफ़िक़ दुश्मन https://hindi.khamenei.ir/news/7409 इमाम मोहम्मद तक़ी अलजवाद अलैहिस्सलाम की ज़िन्दगी से हमें यह सबक़ मिलता है कि मुनाफ़िक़ (पाखंडी) और दिखावा करने वाली ताक़तों का सामना हो तो हिम्मत से काम लें और इन ताक़तों का मुक़ाबला करने के लिए अवाम को जागरूक बनाएं। इमाम जवाद अलैहिस्सलाम ने मामून के चेहरे से दिखावे और धोखाधड़ी की नक़ाब हटाने के लिए काम किया और कामयाब हुए। इमाम ख़ामेनेई 10/10/1980 Mon, 22 Jan 2024 12:45:00 +0330 .. /news/7409 यमनियों ने ज़ायोनी सरकार की जीवन की नसों पर वार किया https://hindi.khamenei.ir/news/7407 ग़ज़ा के अवाम की मदद के लिए यमन के अवाम और अंसारुल्लाह की सरकार ने जो कारनामा अंजाम दिया वह बहुत अज़ीम है। यमनियों ने ज़ायोनी सरकार की जीवन की नसों पर वार किया है। अमरीका ने धमकी दी तो उसे ध्यान के लायक़ नहीं समझा। इंसान को अगर अल्लाह का डर हो तो किसी और का डर नहीं रह जाता। इमाम ख़ामेनेई 16 जनवरी 2024 Sat, 20 Jan 2024 15:50:00 +0330 .. /news/7407 बर्दाश्त नहीं करेंगे https://hindi.khamenei.ir/news/7366 संगदिल अपराधी, अवाम का अपने अज़ीम कमांडर शहीद क़ासिम सुलैमानी के मज़ार की ज़ियारत का इश्क़ और शौक़ बर्दाश्त न कर पाए। वो याद रखें कि सुलैमानी की रौशन राह के सिपाही भी उनकी इस पस्ती और अपराध को बर्दाश्त नहीं करेंगे।  ईरान के किरमान नगर में शहीदों के क़ब्रिस्तान के रास्ते में आतंकी घटना में शहीद सुलैमानी के बहुत से श्रद्धालुओं की शहादत पर रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई का शोक संदेश। 3 जनवरी 2024 Sun, 07 Jan 2024 16:34:00 +0330 .. /news/7366