rss https://hindi.khamenei.ir/feed/service/27 تولید شده توسط نرم افزار خبری سینا - عصر پایش اطلاعات hi मुजरिम का उपहार https://hindi.khamenei.ir/news/7283 तूफ़ान अलअक़सा ऑप्रेशन के बाद के मामले में अमरीका मुजरिमों के अपराध में पूरी तरह शामिल है। इन अपराधों में अमरीका के हाथ कोहनियों तक मज़लूमों, बच्चों, औरतों, बीमारों के ख़ून में डूबे हुए हैं। अमरीका ही है जो एक अलग अंदाज़ से इसे निर्देशित कर रहा है। ... अगर अमरीका का समर्थन और उसकी हथियारों की मदद न होती, तो भ्रष्ट, जाली व झूठा ज़ायोनी शासन, पहले हफ़्ते में ही ख़त्म हो गया होता, गिर गया होता । 25/10/2023 और 1/11/2023 Sun, 10 Dec 2023 22:57:00 +0330 .. /news/7283 बोतल से जिन कब बाहर आ गया, ज़ायोनियों को पता ही नहीं! https://hindi.khamenei.ir/news/7188 हमारी आँखों के सामने बड़ा बदलाव शुरू हो गया है। जो लोग इसका हिस्सा हैं अकसर इसे महसूस नहीं कर पाते। इसे ‘ब्वाइलिंग फ़्रॉग सिंड्रोम’ कहते हैं। Wed, 08 Nov 2023 11:28:00 +0330 .. /news/7188 क़ाबिज़ कॉलोनियल शासन को पड़ा तमाचा https://hindi.khamenei.ir/news/7133 सौरभ कुमार शाही, पश्चिम व दक्षिण एशिया मामलों के एक्सपर्ट पत्रकार Mon, 23 Oct 2023 17:31:00 +0330 .. /news/7133 अलअक़सा तूफ़ान ने ज़ायोनी सरकार के बुनियादी स्तंभों में कुछ को ध्वस्त कर दिया https://hindi.khamenei.ir/news/7104 इस विध्वंसकारी भूकंप (अलअक़सा तूफ़ान आप्रेशन) ने क़ाबिज़ ज़ायोनी सरकार की सत्ता के बुनियादी स्तंभों में कुछ को ध्वस्त कर दिया और इन स्तंभों को दोबारा तैयार कर पाना इतनी आसानी से मुमकिन नहीं होगा। इमाम ख़ामेनेई 10 अक्तूबर 2023 Sun, 15 Oct 2023 15:11:00 +0330 .. /news/7104 इस्राईल और 80 साल पूरे न कर पाने का डर https://hindi.khamenei.ir/news/6780 फ़िलिस्तीन और हालिया महीनों में वहाँ होने वाली घटनाएं पूरी दुनिया में मीडिया और अवाम के ख़ास ध्यान का केन्द्र बनी हुयी हैं। एक ओर ग़ज़्ज़ा की लड़ाई और वेस्ट बैंक की घटनाएं घटीं तो दूसरी ओर ज़ायोनी शासन के भीतर विरोध प्रदर्शन और अफ़रातफ़री की लहर देखने को मिली। ये सब चीज़ें और निशानियां फ़िलिस्तीन के राजनैतिक मंच पर हालात में बहुत बड़े बदलाव की निशानदेही करती हैं। Sun, 16 Jul 2023 15:44:00 +0330 .. /news/6780 इंसान साज़ हज की वादा-गाह https://hindi.khamenei.ir/news/6738 रूहानियत का मतलब दीनी अख़लाक़ियात की बुलंदी है। धर्म को नकारते हुए नैतिकता को अपनाने की भ्रामक सोच का अंजाम, जिसका लंबे समय तक पश्चिम के वैचारिक हल्क़े प्रचार करते रहे, पश्मिच में अख़लाक़ का तेज़ पतन है जिसे सारी दुनिया देख रही है। रूहानियत और अख़लाक़ हज में अंजाम दिए जाने वाले अमल से, (हज के विशेष लेबास) अहराम की सादगी से, निराधार भेदभाव को नकारने से, (और तंगदस्त मोहताज को खाना खिलाओ की सीख) से, (हज के दौरान कोई शहवत वाला अमल, कोई बुरा अमल और कोई लड़ाई झगड़ा न हो की तालीम) से, तौहीद के मरकज़ के गिर्द पूरी उम्मत के तवाफ़ से, शैतान को कंकरियां मारने से और मुशरिकों से बेज़ारी के एलान से सीखना चाहिए। इमाम ख़ामेनेई 25 जून 2023 Sat, 01 Jul 2023 18:18:00 +0330 .. /news/6738 हज में काले भी हैं गोरे भी https://hindi.khamenei.ir/news/6602 इस्लाम नस्लों के बीच समानता का अमली तौर पर पैग़ाम देता है। हज में काले भी हैं, गोरे भी हैं। ‎दुनिया के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों, दुनिया की मुख़्तलिफ़ तहज़ीबों और अलग अलग ऐतिहासिक बैक ग्राउंड ‎के लोग सब एक दूसरे के साथ होते हैं। यह हज के अहम रहस्यों में से है। इमाम ख़ामेनेई ‎17 मई 2023‎ Tue, 23 May 2023 17:45:00 +0330 .. /news/6602 हज न हो तो इस्लामी उम्मत बिखर जाएगी https://hindi.khamenei.ir/news/6579 क़ुरआन में हज के बारे में कई आयतें हैं। एक सूरए मायदा की आयत है जिसमें अल्लाह कहता है किः "ख़ुदा ने काबा को जो एहतेराम वाला घर है लोगों की मज़बूती और कामयाबी का मरकज़ बनाया है।" मायदा 97 ख़ुदा ने काबे को समाज की बक़ा और मज़बूती का ज़रिया बनाया है। यह बहुत अहम है। यानी अगर हज का वजूद न हो और हज अंजाम न पाए तो इस्लामी उम्मत और इस्लामी समाज बिखर जाएगा। दूसरी सूरए हज की आयत हैः "और लोगों में हज का एलान कर दो कि लोग (आपकी आवाज़ पर लब्बैक कहते हुए) आपके पास आएंगे। पैदल और हर दुबली सवारी पर कि वो सवारियां दूरदराज़ से आई हुई होंगी। ताकि वो अपने फ़ायदों के लिए हाज़िर हों।" सूरए हज 27 व 28 क़ौम, उम्मते इस्लामी, अवाम, दुनिया के कोने कोने से हज के लिए आएं ताकि अपनी आंखों से अपने फ़ायदों को देखें। फ़ायदों की आमाजगाह में ख़ुद मौजूद हों। इमाम ख़ामनेई 17 मई 2023 Fri, 19 May 2023 19:06:00 +0330 .. /news/6579 शाबान का महीनाः रमज़ान के लिए ख़ुद को तैयार करने का मौक़ा https://hindi.khamenei.ir/news/6273 रजब और शाबान ख़ुद को तैयार करने का मौक़ा है कि इंसान रमज़ान के महीने में तैयारी के साथ दाख़िल हो। ‎सबसे पहली तैयारी है तवज्जो और दिल का मुतवज्जेह होना। अपने हर अमल के बारे में यह तसव्वुर रखना कि ‎वह अल्लाह की नज़रों में है। इमाम ख़ामेनेई 15 मई 2013 Sat, 25 Feb 2023 14:19:00 +0330 .. /news/6273 पहले पड़ोसी फिर ख़ुद https://hindi.khamenei.ir/news/5946 इमाम हसन अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैं कि शबे जुमा थी। मेरी वालेदा मुसल्ले पर खड़ी हुईं और पूरी रात सुबह तक इबादत करती रहीं। वालेदा रात की शुरुआत से सुबह तक इबादत, दुआ और मुनाजातें करती रहीं। इमाम हसन फ़रमाते हैं कि मैंने सुना की वो मुसलसल मोमेनीन और मोमेनात के लिए दुआ करती रहीं, लोगों के लिए दुआ करती रहीं, इस्लामी दुनिया के मसलों के लिए दुआ करती रहीं। सुबह हुई तो मैंने कहा कि आपने एक दुआ भी अपने लिए नहीं मांगी। शुरू से आख़िर तक पूरी रात दुआएं कीं दूसरों के लिए?! उन्होंने जवाब दिया कि मेरे बेटे पहले पड़ोसी फिर ख़ुद। यह अज़ीम जज़्बा है। इमाम ख़ामेनेई 16 दसिम्बर 1992 Fri, 09 Dec 2022 18:24:00 +0330 .. /news/5946 हंगामों की बिसात यक़ीनन लपेट दी जाएगी https://hindi.khamenei.ir/news/5874 इस्फ़हान प्रांत के अवाम ने सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस्फ़हान के सैकड़ों लोगों ने शनिवार को तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। Sat, 19 Nov 2022 18:29:00 +0330 .. /news/5874 स्टुडेंट्स के बीच रहबरे इंक़ेलाब की तक़रीर, अमरीका के पतन की अहम अलामतों की निशानदेही https://hindi.khamenei.ir/news/5822 इस्लामी जुम्हूरिया ईरान में विश्व साम्राज्यवाद से मुक़ाबले के क़ौमी दिन 13 आबान (14 नवंबर) की मुनासेबत से सैकड़ों की तादाद में स्टूडेंट्स ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। Wed, 02 Nov 2022 20:41:00 +0330 .. /news/5822 आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने दस साल में छह बार जवाहर लाल नेहरू की इस किताब का हवाला दियाः Glimpses of World History https://hindi.khamenei.ir/news/5814 ठीक तीन साल पहले इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लडीर ने ग़ैर मामूली सलाहियत के मालिक नौजवानों से मुलाक़ात में कहा थाः ʺमुझे यक़ीन है कि आप नौजवान इतिहास और इस तरह की चीज़ों को ज़्यादा अहमियत नहीं देते। जो कुछ हुआ है, उसका हज़ारवां हिस्सा भी आपने बातों और प्रोपैगंडों में नहीं सुना है।ʺ यह बातें, जो हमारी तारीख़ में अंग्रेज़ों के क्राइम की तस्वीर पेश करती हैं, एक मोतबर राइटर ने बयान की हैं, एक इंक़ेलाबी व साम्राज्यवाद मुख़ालिफ़ इंसान, जवाहरलाल नेहरू। Mon, 31 Oct 2022 11:51:00 +0330 .. /news/5814 एक्सपीडिएंसी डिसर्नमेंट काउंसिल के नए कार्यकाल के सदस्यों से मुलाक़ात में सुप्रीम लीडर की स्पीच के कुछ अहम भाग https://hindi.khamenei.ir/news/5769 इस्लामी इंक़ेलाब के लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 12 अकतूबर 2022 को सुप्रीम लीडर की सलाहकार संस्था के रूप में काम करने वाली एक्सपीडिएंसी डिसर्नमेंट काउंसिल के सदस्यों से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में तक़रीर करते हुए आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने देश और दुनिया के हालात, इस्लामी जुमहूरिया ईरान की तरक़्क़ी और दूसरे अहम प्वाइंट्स पर प्रकाश डाला। Sun, 16 Oct 2022 19:51:00 +0330 .. /news/5769 दुनिया का सियासी नक़्शा बदल रहा है, इस्लामी दुनिया आपसी एकता से ताक़त के नए आर्डर में अहम जगह हासिल कर सकती है https://hindi.khamenei.ir/news/5761 पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम और इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिवस के मौक़े पर ईरान के सिविल व फ़ौजी अधिकारियों और छत्तीसवीं अंतर्राष्ट्रीय इस्लामी एकता कॉन्फ़्रेंस में शिरकत करने वाले मेहमानों ने शुक्रवार को सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से तेहरान में मुलाक़ात की। Fri, 14 Oct 2022 18:10:00 +0330 .. /news/5761 कैडिट्स के पासिंग आउट प्रोग्राम में तक़रीर, देश के हालात और बाहरी साज़िशों का अहम जायज़ा https://hindi.khamenei.ir/news/5736 इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 3 अकतूबर 2022 को इस्लामी जुमहूरिया ईरान की आर्फ़्ड फ़ोर्सेज़ की आफ़ीसर्ज़ एकेडमियों के कैडिट्स के ज्वाइंट पासिंग आउट प्रोग्राम में शिरकत की। इस मौक़े पर अपनी तक़रीर में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने सुरक्षा की अहमियत और इसमें आर्म्ड फ़ोर्सेज़ की मुख्य भूमिका पर रौशनी डाली। उन्होंने युवा लड़की की मौत के बाद ईरान में होने वाले दंगों के सभी पहलुओं का जायज़ा लिया। इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने अमरीका व इस्राईल साज़िश का पर्दाफ़ाश करते हुए न्यायपालिका और इदारों को अहम निर्देश दिए। (1) तक़रीर इस तरह हैः Mon, 03 Oct 2022 09:46:00 +0330 .. /news/5736 पैग़म्बर के बाद इस्लामी समाज कैसे बदला? https://hindi.khamenei.ir/news/5615 ऐसा क्योंकर हुआ कि महान पैग़म्बरे इस्लाम की अगुवाई वाला इस्लामी समाज जिसमें लोगों को उनसे इतना इश्क़ था, उन पर गहरा ईमान था, सिर से पैर तक शौर्य व धार्मिक जोश में डूबा समाज, और उ Mon, 15 Aug 2022 15:02:00 +0430 .. /news/5615 हम फ़िलिस्तीनियों के साथ खड़े हैं https://hindi.khamenei.ir/news/5612 क़ाबिज़ (अतिग्रहणकारी) दुश्मन का पतन हो रहा है और फ़िलिस्तीन की रेज़िस्टेंस की ताक़त बढ़ रही ‎है ‘और बेशक अल्लाह की क़ूवत व ताक़त के बिना कोई क़ूवत व ताक़त नहीं।’ हम बदस्तूर आपके ‎साथ हैं। आप पर सलाम हो और अह्द व पैमान अपनी जगह क़ायम हैं। इमाम ख़ामेनेई 11 अगस्त 2022‎ Sun, 14 Aug 2022 18:17:00 +0430 .. /news/5612 पूरे मुल्क के इमामे जुमा हज़रात के बीच तक़रीर https://hindi.khamenei.ir/news/5579 इस्लामी इंक़ेलाब की कामयाबी के बाद 27 जुलाई 1979 को क़ायम होने वाली पहली नमाज़े जुमा की सालगिरह के मौक़े पर पूरे मुल्क के इमाम जुमा बुधवार 27 जुलाई 2022 की सुबह तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमाम बाड़े में एकत्रित हुए और इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से उनकी मुलाक़ात हुई। इस मुलाक़ात में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने तक़रीर करते हुए नमाज़े जुमा को इस्लामी व्यवस्था की साफ़्ट पावर की एक अहम कड़ी और ग़ैर मामूली फ़रीज़ा क़रार दिया। इस्लामी इंक़ेलाब के नेता की तक़रीर पेश हैः Wed, 27 Jul 2022 22:23:00 +0430 .. /news/5579 रूसी राष्ट्रपति से मुलाक़ात में आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेईः अमरीकियों को सीरिया के पूर्वी फ़ुरात इलाक़े से बाहर निकाला जाए! https://hindi.khamenei.ir/news/5550 तेहरान के दौरे पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतीन ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। Tue, 19 Jul 2022 23:50:00 +0430 .. /news/5550 ईरान और वेनेज़ोएला ने साबित कर दिया कि अमरीकी दबाव से निपटने का रास्ता प्रतिरोध और दृढ़ता है https://hindi.khamenei.ir/news/5445 तेहरान के दौरे पर आए वेनेज़ोएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। Sat, 11 Jun 2022 19:44:00 +0430 .. /news/5445 हज सादा जीवन गुज़ारने की तालीम देता है https://hindi.khamenei.ir/news/5443 दुनिया की बहुत सी मुसीबतें और मुश्किलें रईसाना ज़िंदगी और दिखावे के कारण हैं। दुनिया की दौलत का बड़ा हिस्सा हर जगह इन चीज़ों पर ख़र्च हो रहा है। #हज आपको सादा जीवन गुज़ारना सिखाता है। इमाम ख़ामेनेई 8 जून 2022 Sat, 11 Jun 2022 08:52:00 +0430 .. /news/5443 हज मिल जुल कर जीना सिखाता है https://hindi.khamenei.ir/news/5441 आज दुनिया में इंसान की मुश्किलों की जड़ क्या है? यही कि उसे मिल जुल कर रहने का तरीक़ा नहीं आता। वे एक दूसरे पर ज़्यादती करते हैं। #हज मिल जुल कर जीना सिखाता है। हज में ऐसे लोग जो एक दूसरे से कोई पहचान नहीं रखते और जिनके कल्चर अलग हैं, एक साथ रहते हैं। इमाम ख़ामेनेई 8 जून 2022 Fri, 10 Jun 2022 11:15:00 +0430 .. /news/5441 आप हाजियों के दिली शौक़ की अल्लाह की बारगाह में क़ुबूलियत से हज का रास्ता खुला https://hindi.khamenei.ir/news/5439 दो साल के फ़ासले से अल्लाह ने हज का दरवाज़ा दोबारा खोला, यह बड़ी ख़ुशख़बरी थी। यह अल्लाह की दावत है जिसने हाजियों के लिए रास्ता खोला। किसी शख़्स की मेहरबानी नहीं, यह आप मोहतरम हाजियों के शौक़ की अल्लाह की बारगाह में क़ुबूलियत का नतीजा है। इंशाअल्लाह आप बेहतरीन हज बजा लाएं। इमाम ख़ामेनेई 8 जून 2022 Thu, 09 Jun 2022 18:38:00 +0430 .. /news/5439 नई ज़िंदगी का शुक्रिया https://hindi.khamenei.ir/news/5348 रोज़ेदार मोमिन इंसान शबे क़द्र से नए साल का आग़ाज़ करता है। शबे क़द्र में अल्लाह के फ़रिश्तों की तरफ़ से एक साल के लिए उसकी तक़दीर लिखी जाती है। इंसान एक नए साल में, नए चरण में और दर हक़ीक़त एक नई ज़िंदगी में और नए जन्म में प्रवेश करता है। ईदे फ़ित्र की नमाज़ एक तरह से रमज़ान के महीने में प्राप्त होने वाली अल्लाह की नेमतों का शुक्रिया है। इमाम ख़ामेनेई 20 सितम्बर 2009 Mon, 02 May 2022 18:00:00 +0430 .. /news/5348